धामी की धोबी पछाड़ के आगे विरोधियों के षड्यंत्र नाकाम

युवाओं के बीच पहुंचने का किया खुलासा
फिर दोहराया : युवाओं के हित में मैं सर झुका भी सकता हूं और खुद को मिटा भी सकता हूं”-धामी
देहरादून।
UKSSSC परीक्षा में पेपर लीक मामले में विगत दिन आंदोलनरत छात्र -छात्राओं के बीच पहुंच कर उनकी मांगों पर सहमति जता मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के मास्टर स्ट्रोक से पशोपेश में पड़े विरोधियों को एक बार फिर से धामी ने जोर का झटका धीरे से दे दिया है। मुख्यमंत्री ने युवाओं के पहुंचने का जो राज खोला उससे उनके राजनीतिक विरोधियों के लिए काटो तो खून नहीं वाली स्थिति हो गई है।
हुआ यूं कि जैसे ही मुख्यमंत्री धामी बेरोजगार संघ के धरने में पहुंच कर युवाओं से सीधे संवाद कर मामले में सरकार की ओर से उठाए गए कदमों की जानकारी दी और उनके पक्ष को सुना। युवाओं में कोई संश्य न रहे मुख्यमंत्री ने मौके पर ही उनकी मांगों के अनुसार CBI जांच की घोषणा कर दी। इससे युवाओं की ओर से मुख्यमंत्री जिंदाबाद के नारे लगने लगे। धामी के राजनैतिक विरोधियों को इससे मरोड़ होने लगा। सभी ने अपने- अपने हथकंडे अपनाते हुए इस पूरे प्रकरण में श्रेय लेने के लिए पोस्ट, बैनर, सोशल मीडिया, जुलूस आदि माध्यमों से CBI जांच का श्रेय खुद को देना शुरू कर दिया। यही नहीं मुख्यमंत्री पर कटाक्ष करते हुए युवाओं के आगे झुग गए जैसे शब्दों से उन्हें नीचा दिखाने का प्रयास किया गया।
इसपर मुख्यमंत्री धामी मीडिया में तो कुछ नहीं कहा, लेकिन बुधवार को एक कार्यक्रम के दौरान उन्होंने अपने संबोधन में खुलासा किया कि वह युवाओं के बीच क्यों गए। मुख्यमंत्री ने कहा कि बेरोजगार संघ की मांगों पर सहमति
हमारे बच्चों की परेशानियों को देखकर और अराजक तत्वों के षडयंत्र को विफल करने के लिए, मैंने स्वयं युवाओं से मुलाकात कर उन्हें आश्वस्त किया कि जल्द सीबीआई जांच कराने की संस्तुति कर दी जाएगी।
सीएम धामी ने स्पष्ट किया कि हाल ही में एक नकल का मामले की जानकारी मिलते ही सरकार ने तुरंत कार्रवाई करते हुए आरोपियों को गिरफ्तार किया और पूरी परीक्षा की जांच के लिए SIT का गठन किया। परंतु विपक्ष इस मामले की आड़ में हमारे युवाओं को ढाल बनाकर अपनी राजनीतिक रोटियाँ सेकने की कोशिश करने लगी और प्रदेश में अराजकता फैलाने के प्रयास किए जाने लगे। जो लोग अपने राजनीतिक स्वार्थ के चलते सीबीआई और ईडी की जांच पर सवाल उठाते रहे हैं वो लोग इस मामले में युवाओं को आगे कर सीबीआई जांच की मांग कर इस प्रकरण का राजनीतिक लाभ उठाने का प्रयास कर रहे थे।
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि हमारे बच्चों की परेशानियों को देखकर और अराजक तत्वों के षडयंत्र को विफल करने के लिए, मैंने स्वयं युवाओं से मुलाकात कर उन्हें आश्वस्त किया कि सीबीआई जांच कराने के साथ ही उनकी सभी न्यायोचित माँगों को पूरा किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार ने भर्ती प्रक्रियाओं को पारदर्शी बनाने और नकल माफियाओं पर अंकुश लगाने के लिए देश का सबसे सख्त नकल विरोधी कानून लागू किया है। इसी का परिणाम है कि पिछले 4 वर्षों में राज्य के 25 हजार से अधिक युवाओं को सरकारी नौकरी प्राप्त हुई है जो अपने आप में एक रिकॉर्ड है। इस कानून के लागू होने के पश्चात हमने बीते 4 वर्षों में 100 से अधिक नकल माफियाओं को सलाखों के पीछे पहुंचाया है जिन्होंने पूर्व की सरकारों के समय उत्तराखंड में नकल को एक उद्योग बना दिया था। ये सभी कदम हमारी सरकार ने युवाओं का भविष्य और हित सुनिश्चित करने के लिए ही उठाए हैं।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि कुछ लोग तो ये भी कह रहे हैं कि हम युवाओं के आगे या CBI जांच की मांग करने वालों के आगे झुक गए | ऐसे सभी लोगों को ये स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि मैं, युवाओं के हितों की रक्षा के लिए सर झुका भी सकता हूं और स्वयं को मिटा भी सकता हूं।