
हिंदू सभ्यता और संस्कृति से जुड़े विभिन्न विषयों पर होगा शिक्षण और शोध-कार्य
*यूसीसी ने जाति, धर्म और लिंग के आधार पर कानूनी मामलों में होने वाले भेदभाव को पूरी तरह से खत्म किया
केदारनाथ एवं बद्रीनाथ धाम में त्वरित पुनर्निमार्ण के साथ ही हरिद्वार-ऋषिकेश कॉरीडोर का निर्माण सरकार की शीर्ष प्राथमिकता
है
देहरादून।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में आज हमारा देश “वसुधैव कुटुम्बकम” की भावना पर आधारित “एक पृथ्वी – एक परिवार – एक भविष्य” की अवधारणा को वैश्विक मंचों पर साकार कर रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना काल में विश्व के लगभग 100 देशों को कोविड की वैक्सीन देना हो, योग एवं आयुर्वेद को वैश्विक स्तर पर ले जाना हो या अनेकों छोटे देशों को आर्थिक सहायता देनी हो, आदरणीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने सदैव पूरी पृथ्वी को मानवता के एक सूत्र में पिरोने का प्रयास किया है। आज विश्व में कहीं भी कोई आपदा आती है तो भारत तत्काल पीड़ित देश को राहत सामग्री पहुँचाने का कार्य करता है।
हमारी सरकार प्रदेश की सांस्कृतिक धरोहरों का संरक्षण एवं संवर्धन की दिशा में केदारनाथ धाम एवं बद्रीनाथ धाम में वृहद स्तर पर पुनर्निमार्ण के कार्य किए जा हैं वहीं, हरिद्वार-ऋषिकेश 🙏 कॉरीडोर के निर्माण की दिशा में भी हम कार्य कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार ने दून विश्वविद्यालय में सेंटर फॉर हिंदू स्टडीज की पढ़ाई प्रारंभ करने का निर्णय लिया है। इस सेंटर में हिंदू सभ्यता और संस्कृति से जुड़े विभिन्न विषयों पर शिक्षण और शोध-कार्य किए जाएंगे।
इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि सनातन संस्कृति “सर्वे भवन्तु सुखिनः सर्वे सन्तु निरामया” की रही है |